पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा देश हित में हिमालयन पारिस्थितिकी की नाजुकता एवं महत्व को देखते हुए नैशनल मिशन ऑन हिमालयन स्टडीस की शुरुआत कुछ वर्षों पहले की गई थी। इस मिशन का अंतिम उद्देशय है सभी दसों हिमालाई राज्यों के पर्यावरण की सुरक्षा एवं लोगों को उत्तम कोटी की जीवन शैली प्रदान करने के लिए प्रयास करना।  इसी मिशन के अंतर्गत पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा ग्रीन हिल्स ट्रस्ट को वित्त पोषित परियोजना “उत्तराखंड में जंगली पौधे बिच्छू बूटी की आजीविका संवर्धन की क्षमता की तलाश” के अंतर्गत ग्रीन हिल्स द्वारा पोषण से परिपूर्ण बिच्छू घास द्वारा प्रोडक्ट डेवलपमेंट पर कार्य किया जा रहा है और उनकी पोषण की वैज्ञानिकता पर भी हैदराबाद स्तिथ  ‘नैशनल कोमोडिटीस मैनिज्मन्ट सर्विसेज़ लिमिटेड’ जोकी इस परियोजना के पार्टनर भी हैं, के साथ मिलकर रिसर्च की जा रही है| गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय , पंतनगर भी इस प्रोजेक्ट के अन्य पार्टनर हैं और प्रो सुनीता पांडे एग्रोनॉमी विभाग द्वारा प्राकृतिक खेती में बिच्छू बूटी से निर्मित कुणाप जल के प्रयोग पर शोध किया जा रहा है|

ग्रीन हिल्स ट्रस्ट की सचिव डा वसुधा पंत इस प्रोजेक्ट की मुख्य वैज्ञानिक एवं को-ऑर्डिनेटर हैं जिनकी निगरानी में इस प्रोजेक्ट पर पूर्ण रूप से कार्य किया जा रहा है|

इस प्रोजेक्ट का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य गांवों में जाकर बिच्छू बूटी (शिशुणे) की उपयोगिता को बताना और साथ ही इसके द्वारा निर्मित प्रोडक्टस की जानकारी देकर लोगों को इससे स्वरोजकर के लिए प्रेरित करना है| इसी संदर्भ में  ग्रीन हिल्स की टीम द्वारा सल्ट ब्लॉक के ग्राम झड़ में जन-जागरूकता मीटिंग ग्राम प्रधान महेश चंद्र भारद्वाज ने की  अध्यक्षता में की गई जिसमें 40 लोगों ने प्रतिभाग किया| दूसरी जन-जागरूकता मीटिंग सल्ट ब्लॉक के भवाली ग्राम में शारदा देवी की अध्यक्षता में करी गई| इस कार्यक्रम में ग्राम प्रधान नन्द किशोर जी सहित 35 लोगों ने प्रतिभाग किया| ग्रीन हिल्स टीम में भूपेन्द्र सिंह वल्दिया, दीपक जोशी, संजय पांडे एवं पुष्पा वल्दिया शामिल रहे|

इस परियोजना के साथ हमारा एवं मिशन का उद्देश्य है की बिच्छू घास से निर्मित उत्तम कोटी के पोषण से परिपूर्ण खाद्य पदार्थों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाई जा सके जिससे पर्वतीय वासियों को आजीविका का कुछ साधन मिले।