अल्मोड़ा। आज मंगलवार 10 मई 2022 की शाम को जिला सहकारी बैंक के सभागार में दैशिक- शास्त्र के प्रकाशन का शताब्दी वर्ष एवं स्वतंत्रता आंदोलन शुरू होने की तिथि 10 मई के उपलक्ष्य में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता तथा मुख्य रूप से परिचर्चा करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रांत सेवा प्रमुख सुरेश सुयाल ने कहा कि आज का दिन कई मायनों में महत्वपूर्ण है जिसमें से राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन का शुभारंभ आज ही के दिन मेरठ से प्रारंभ हुआ था और कुली बेगार आंदोलन की शताब्दी वर्ष है और साथ ही अल्मोड़ा में लिखे गए दैशिक शास्त्र के प्रकाशन को 100 वर्ष पूर्ण होने पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि इतिहास विभाग के प्रोफेसर बीडीएस नेगी ने कहा कि हम सभी को मिलकर आज की युवा पीढ़ी एवं आने वाली पीढ़ी को सही इतिहास की जानकारी दे सकें इस विषय में चिंतन मंथन करना चाहिए।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य आंदोलनकारी एवं जिन्होंने उत्तराखंड को अलग राज्य बनाने के लिए संसद में पर्चे फेंके थे ऐसे कर्मठ एवं जुझारू राज्य आंदोलनकारी मोहन पाठक ने अपने भाषण से सभी श्रोताओं में जोश भर दिया। उन्होंने कहा कि गलत इतिहास लिखने के लिए न तो विद्यार्थी दोषी हैं और न हीं शिक्षक बल्कि इतिहासकारों को सत्य एवं तथ्यपरक इतिहास लिखना चाहिए। इस दृष्टि से इतिहास लिखना चाहिए ताकि हमारी आज की पीढ़ी के युवाओं के मन में देश के प्रति सकारात्मक भाव जाग सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष ललित लटवाल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से न केवल सही इतिहास की जानकारी समाज तक पहुंचती है बल्कि शैक्षणिक एव सामरिक गतिविधियों की जानकारी से समाज को जागरूक बनाने में हम सभी लोग सक्षम हो पाते हैं। कार्यक्रम का संचालन डा. चंद्र प्रकाश फुलोरिया ने किया।

कार्यक्रम में राज्य उपभोक्ता आयोग के सदस्य सुरेश कांडपाल,दीपक पाण्डेय, अरविंद जोशी,मोहन रावल,प्रकाश,रवि कुमार, डॉक्टर अजीत तिवारी गोकुल देउपा,जगदीश जोशी,मोहन जोशी आदि उपस्थित रहे