कोरोना माहमारी से जहां पूरा विश्व जूझ रहा है आये दिन  हजरों लोग अपनी जान गवा रहे हैं वही सरकार का सिस्टम इस बीमारी से लड़ने में फेल साबित हो रहा है , उत्तराखंड क्रांति दल के विधान सभा प्रभारी अल्मोड़ा भानु प्रकाश जोशी ने सरकार पर आरोप  लगाया की सरकार जनता की  भावनाओं के सांथ खिलवाड़ कर रही है विधानसभा प्रभारी ने बताया कि उनके परिवार में रिस्तेदार की शादी थी जिसके लिए परिवार के सभी सदस्यों को RT- PCR  टेस्ट करवाना अनिवार्य था, प्रभारी के पूरे परिवार ने टेस्ट करवाया जिसमे उनकी बहनोई की पत्नी को कोरोना पॉजिटिव बताया गया जिसकी रिपोर्ट उनके पास सुरक्षित है, पॉजिटव आने के बाद परिवार वालों द्वारा उन्हें होम आइसोलेशन पर रख दिया गया, परन्तु परिवार वालों का मन नहीं माना उन्होंने सिर्फ उप्रेती की जगह डालाकोटी लिख कर पुनः टेस्ट करवाया जिसमे उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई प्रभारी के पास उनकी दोनों रिपोर्ट सुरक्षित रखी है, यूकेडी के विधानसभा अल्मोड़ा प्रभारी भानु प्रकाश जोशी ने कहा कि इस बात के साक्ष्य उनके पास है और जोशो का आरोप है कि सरकार जन भावनाओं के सांथ खिलवाड़ कर रही, उन्होंने सरकार से पूछा कि यदि किसी हार्ट के मरीज के सांथ ऐसी नोबत आ जाय तो क्या होगा क्योंकि बीमारी के भय से आज पूरा विष्व भयभीत है, ऐसे में यदि RT- PCR की रिपोर्ट के वजह से उस हार्ट के मरीज की जान चली जाती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा, प्रभारी ने सरकार से मांग की है कि सरकार कोविड टेस्ट में ऐसी गाइड लाइन बनाये जिससे आम जनमानस के मन से भय खत्म हो जाय उन्होंने सरकार से निवेदन किया है कि सरकार जल्द से जल्द ऐसी गाइड लाइन बनाये जिसमे 3 बार RT- PCR टेस्ट की व्यवस्था लागू हो उसके बाद दो रिपोर्ट पेशेंट की देखी जाय तब उसे पॉजिटिव या निगेटिव माना जाय, विधानसभा अल्मोड़ा के प्रभारी ने आम जनता से भी निवेदन किया है कि आप RT- PCR की पहली रिपोर्ट के आधार पर ही पैनिक न होवें, दुबारा अपना टेस्ट करवाएं  उसके  पश्चात यदि आपको क्वारन्टीन होने की आवस्यकता हो तो आप खुद को अपने ही घर मे आसोलेट करें।

उप्रेती वाली रिपोर्ट
डालाकोटी कि रिपोर्ट