आप पार्टी उपाध्यक्ष अमित जोशी ने  एक बयान जारी करते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा है। आप उपाध्यक्ष ने प्रदेश में बढते कोरोना संक्रमण को लेकर कहा कि, कोरोना महामारी से बचाव के लिए सभी को टीके लगाना अनिवार्य है,लेकिन राज्य सरकार टीके उपलब्ध तक नहीं करवा पा रही है, जिससे अभी लाखों की तादाद में युवाओं को कोविड का टीका लगना शेष है। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के युवाओं की तादाद दोनों ही मंडलों में 50 लाख से ज्यादा है लेकिन अभी तक ये आंकडा 3 लाख भी पर नहीं कर पाया है जो काफी चिंतनीय विषय है। सूबे में 18 प्लस युवाओं को  लगातार वैक्सीन की कमी के चलते सरकार लाखों युवाओं की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है ।

उन्होंने बताया कि चाहे मैदानी इलाका हो या पहाडी इलाका टीके की कमी हर जगह बनी हुई है। पहाडों में तो स्थिति इतनी जटिल है कि लोगों को हजारों रुपये खर्च कर टीकाकरण सेंटर तक पहुंचने के बावजूद  टीके उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहाड में रहने वाले 18 प्लस के युवाओं को दोहरी मार झेलनी पड रही है। उन्हें परिवहन सेवा बंद होने के चलते प्राइवेट गाडियां बुक कर  टीकाकरण केन्द्रों में जाना पड रहा है ,जहां सरकार की लापरवाही के चलते  टीके उपलब्ध ना होने से उनका पैसा और समय दोनों बर्बाद हो रहे हैं और केंद्र की लापरवाही के चलते लाखों युवाओं की जान से खिलवाड़ भी हो रहा है । इसके अलावा आप उपाध्यक्ष ने कहा, पहाडों में टीकाकरण केन्द्र काफी कम संख्या में हैं, जिससे लाईन ज्यादा लंबी है और लाॅकडाउन के कारण समय से टीके नहीं लग पाते। राज्य सरकार लगातार दावे कर रही है कि उसके टीकाकरण की पूरी व्यवस्था कर ली है,लेकिन लगातार कम हो रहे और बंद हो रहे टीकाकरण केन्द्रों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य सरकार कोरोना टीकों को लेकर को लेकर कितनी गंभीर है।

उन्होंने कहा कि टीकाकरण अब उत्तराखंड  सरकार के लिए चुनौती बन चुकी है। सरकार ने टीकाकरण के लिए कोई भी नीति तैयार नहीं की,जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड रहा है। उन्होंने आगे बताया कि ,टीकाकरण की प्रदेश में सुस्त चाल है और 18 प्लस की उम्र का टीकाकरण बहुत बडी चुनौती है, सरकार अभी 3 लाख का आंकडा भी पार नहीं कर पाई ऐसे में आखिर कैसे सरकार 50 लाख लोगों का टीकाकरण कर पाएगी,क्योंकि जानकारों का मानना है कि कोविड का टीका एक हद तक कवच का काम करता है जबकि तीसरी लहर के आने की सुगबुहाट अभी से तेज होने के कयास लगाए जा रहे हैं।

ऐसे में राज्य सरकार को टीकों का भरपूर इंतजाम करना होगा,वैक्सीन बाहर से आयात करनी पडेगी ताकि समय रहते 18 प्लस और अन्य वर्गों का समय रहते टीकाकरण करवाकर उन्हें अकाल मौत के मुंह में जाने से बचाया जा सके।