अल्मोड़ा-पूर्व संसदीय सचिव एवं अल्मोड़ा के पूर्व विधायक मनोज तिवारी ने आज जारी बयान में कहा कि कोरोना के इस विपरीत समय में आज आम आदमी बेहद विपरीत आर्थिक स्थिति से गुजर रहा है।मध्यम एवं लघु व्यापारी,टैक्सी संचालक,कोचिंग इस्टीट्यूट संचालक सहित दैनिक मजदूरी कर अपना गुसर बसर करने वाले आम नागरिक इस समय बेहद परेशान हैं। तिवारी ने कहा कि आर्थिक रूप से इस कोरोना महामारी की सबसे अधिक मार व्यापारी वर्ग सहित कोचिंग,कम्प्यूटर इस्टीट्यूट के संचालकों,टैक्सी अथवा परिवहन के संचालकों पर पड़ रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कोरोना के कारण आवागमन अधिकाशतः बंद हो गया है ऐसे में टैक्सी संचालकों के सामने भूखे मरने की नौबत आ गयी है।सरकार को सोचना चाहिए कि ऐसे विपरीत समय में कहां से टैक्सी संचालक अपने परिवार का गुजर बसर करेगा और कहां से टैक्सी के लोन की किश्त भरेगा? उन्होंने कहा कि सबसे पहले तो सरकार को उत्तराखंड के सभी टैक्सी संचालकों का कम से कम छः महीने का रोड टैक्स माफ करना चाहिए एवं जिन भी टैक्सी संचालकों की टैक्सियां लोन पर हैं उनका छः महीने का बैंक का ब्याज माफ करने के साथ ही आगामी छः महीनों तक उन्हें लोन की किश्त भरने में राहत देनी चाहिए।श्री तिवारी ने कहा कि इसके साथ ही प्रदेश सरकार को प्रत्येक टैक्सी संचालक को गुजर बसर के लिए आगामी तीन महीनों तक प्रतिमाह पांच हजार रूपये गुजारा भत्ता चाहिए।श्री तिवारी ने कहा कि आज कोरोना महामारी के कारण व्यापार बिल्कुल चौपट हो गया है।व्यापारी कर्ज के बोझ तले दब रहा है।आज की परिस्थिति में यह बेहद आवश्यक हो गया है कि आगामी छः महीने के लिए प्रदेश सरकार स्पष्ट आदेश के तहत सभी व्यापारियों का बिजली,पानी का बिल माफ किया जाए और अतिआवश्यक रूप से सभी व्यापारियों के भवनों एवं दुकानों का छः माह का भवन कर भी माफ किया जाए। पूर्व विधायक ने कहा कि पिछले साल भी और इस साल भी पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह से बर्बाद रहा है जिस कारण होटल,रिसोर्ट स्वामी जो कि बैंकों से अपने होटल,रिसोर्ट के लिए भारी भरकम लोन लिए बैठे हैं उनके सामने बैंक का ब्याज भरने का प्रश्न खड़ा है। प्रदेश सरकार को होटल,रिसोर्ट स्वामियों को भी तत्काल राहत देते हुए उनका छः माह का बैंक ब्याज माफ करना चाहिए। तिवारी ने कहा कि टैंट हाऊस वाले जो कि मार्च से जून तक शादियों के सीजन में अपना कार्य करते थे उनका काम बिल्कुल ठप हो चुका है ऐसे में उनके सामने बेहद आर्थिक कठिनाईयां है।ऐसे में प्रदेश सरकार को टैन्ट हाऊस स्वामियों को भी राहत देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शादियों के सीजन में डीजे वाले,खाना बनाने वाले कारीगर,बिजली की माला वालें,फूलों की सजावट करने वाले सभी बेरोजगार बैठे हैं। तिवारी ने कहा कि पहाड़ो में छोटे छोटे अनेक कोचिंग इन्स्टीट्यूट हैं जो अभी बन्द पड़े हैं।लेकिन संचालकों को इन बन्द इन्स्टीट्यूट का किराया,बिजली,पानी का बिल भरना पड़ रहा है जबकि उनकी आमदनी शून्य है। तिवारी ने ग्रामीण क्षेत्रों के उन हजारों लोगों का दर्द बताते हुए कहा कि पहाड़ में ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे हजारों लोग हैं जो दैनिक मिस्त्री या लेबरी का काम करके अपने परिवार का गुजर बसर करते हैं परन्तु आज इनके पास कोई काम नहीं है जिस कारण उनके सामने अपने परिवार का भरण पोषण करने की दिक्कतें खड़ी हो गयी है।पूर्व विधायक ने स्पष्ट रूप से प्रदेश सरकार से मांग की है कि इन सभी वर्ग के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा की जाए ताकि जनता को कुछ राहत मिल सके।