रिवर्स पलायन द्वारा हजारों की संख्या में अपने गांवों को वापस आ रहे प्रवासियों के कारण गांवों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
इसी परिप्रेक्ष्य में धर्म निरपेक्ष युवा मंच ने अल्मोड़ा जनपद की सभी ग्राम सभाओं से अपील जारी करते हुए कहा है कि
प्रवासी उत्तराखंडियों को सरकार द्वारा उनके गाँव लाने की व्यवस्था की जा रही है, अतः गाँव मे आये प्रवासियों को सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार 14 दिन क्वेरेंटीन करने में ग्राम-प्रधानों को सहयोग करने के लिए प्रत्येक ग्राम-सभा में कोरोना संघर्ष समिति बनायी जाये
इस समिति में गाँव के ही सर्वमान्य व्यक्ति को अध्यक्ष बनाया जा सकता है, ग्राम-सभा के हर तोक का व्यक्ति समिति में शामिल हो, साथ ही महिलाओं को भी कोरोना संघर्ष समिति में स्थान मिले।
ग्राम-सभा की यह संघर्ष समिति गाँव में प्रवासी ग्रामीणों को सरकार की गाइडलाइन के अनुसार क्वेरेंटीन हुए लोगों को दिशा-निर्देश देगी, साथ ही अपनी ग्राम-सभा के अन्य राज्यों में फंसे ग्रामीणों की जानकारी प्रशासन को उपलब्ध करवाकर उन्हें हरसंभव मदद उपलब्ध करवाने का काम करेगी।
इसी क्रम में आज भैसियाछाना ब्लॉक के ग्राम सभा जोग्यूडा में कोरोना सघर्ष समिति का गठन किया गया है, जिसका उद्देश्य ग्राम सभा में कोरोना को हराने के लिए समस्त गांव को एकमत (एकराय) करना है, साथ ही प्रवासी ग्रामीण जो गांव लौट कर आ रहे हैं, उनको होम क्वारंटीन करने व सरकार तथा WHO द्वारा जारी दिशा-निर्देश को गाँव लौटे प्रवासियों से पालन करने का काम कोरोना संघर्ष समिति द्वारा किया जाएगा।
ग्राम जोग्यूडा में मंच के सदस्य चंद्रशेखर पाठक के नेतृत्व में गठित कोरोना संघर्ष समिति के अध्यक्ष बंसन्त बल्लभ जोशी, सचिव ग्राम प्रधान सीता देवी को बनाया गया। तथा हवालबाग ब्लॉक के ग्राम सभा ज्योली में मंच के सदस्य ग्राम प्रधान देव भोजक के नेतृत्व में कोरोना संघर्ष समिति का गठन किया गया।
मंच संयोजक विनय किरौला व सदस्य निरंजन पांडेय, विनोद मुस्यूनी, पवन मुस्यूनी ने बताया कि ग्राम सभा माट, ग्राम सभा मटेना, ग्राम सभा गधोली, ग्राम सभा तलाड़-बाड़ी, ग्राम सभा पिल्खा, ग्राम सभा धामस, ग्राम सभा धारी, ग्राम सभा बूढाधार, ग्राम सभा सल्ला , ग्राम सभा ज्योली, कलसीमा आदि अनेकों ग्राम सभाओं में धर्मनिरपेक्ष युवा मंच के नेतृत्व में कोरोना संघर्ष समिति का निर्माण शीघ्रता से किया जा रहा है।