मुख्यमंत्री धामी के अल्मोड़ा दौरे में पूर्व पैरामिलिट्री कल्याण संगठन उत्तराखण्ड ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन दिया जिसमे मनोहर सिंह नेगी अध्यक्ष कुमाऊं मंडल ने कहा है की पूर्व पैरामिलिट्री कल्याण संगठन उत्तराखण्ड एक गैर राजनीतिक संगठन है जिसमें बीएसएफ सीआरपीएफ

आईटीबीपी एसएसबी सीआईएसएफ एवं आसाम राइफल्स के पूर्व सैनिक एवं विधवाऐं सदस्य है। पूर्व में भी संगठन के सभी सदस्यों ने भाजपा सरकार के समर्थन में पूर्ण सहयोग उत्तराखण्ड में दिया है जिसके परिणामस्वरूप ही भाजपा सरकार की पुनरावृत्ति हुई है।
चम्पावत के उपचुनाव में भी संगठन के सभी सदस्यों ने भाजपा के पक्ष में तन मन धन से प्रचार प्रसार एवं सहयोग किया, जैसा कि आपको भी विदित है।
पत्रांक संख्या 116 / XVII-3 / 14-09 (23) दिनांक 08 फरवरी 2014 के शासनादेश में सैनिक कल्याण- एवं पुर्नवास विभाग उत्तराखण्ड सरकार देहरादून के निदेशक को आदेशित किया कि सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों की भाँति पैरामिलिट्री के सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों को राज्य में सुविधाएँ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
दिनांक 11 जुलाई 2015 को इस संगठन ने देहरादून के रेंजर कालेज के प्रांगण में पूर्व पैरामिलिट्री के सम्मेलन में हरीश रावत तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं अजय भट्ट तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष विधान सभा ने अपने सम्बोधन में 08 फरवरी 2014 के शासनादेश को लागू करने का आश्वासन दिया और पैरामिलिट्री कल्याण परिषद् बन गया परन्तु अलग से निदेशालय नहीं बन पाया और कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पायी।
त्रिवेन्द्र सिंह रावत तत्कालीन मुख्यमंत्री ने पैरामिलिट्री कल्याण निदेशालय बनाकर एस.पी. चमोली को उपाध्यक्ष (राज्य मंत्री का दर्जा ) नियुक्त कर दिनांक 08 फरवरी 2014 के शासनादेश को लागू करने की प्रक्रिया को आरम्भ किया। परन्तु मुख्यमंत्री के बदलते ही पुनः कार्यवाही वहीं रूक गयी।

दिनांक 08 जुलाई 2021 को संगठन के अध्यक्ष एस.एस. कोठियाल सेवानिवृत्त आई.जी. बीएसएफ द्वारा एक पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा गया। जिसमें पूर्व में कैबिनेट की स्वीकृति को लागू करने के लिए अनुरोध किया गया। (सम्बन्धित पत्र संलग्न)
हरियाणा एवं गोवा की सरकारों ने अपने अपने राज्य में पैरामिलिट्री कल्याण निदेशालय की स्थापना कर दी है। अन्य राज्यों में उपरोक्त कार्यवाही प्रगति पर है।

उपरोक्त सभी तथ्यों को मध्यनजर रखते हुए मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया है की पैरामिलिट्री के सैनिकों एवं परिवार के हितो को ध्यान में रखते हुए अतिशीघ्र पैरामिलिट्री कल्याण निदेशालय देहरादून में गठन कर कुमाऊँ एवं गढ़वाल (अल्मोड़ा एवं कोटद्वार) मे दो पैरामिलिट्री मण्डलीय कार्यालयों की स्थापना अतिशीघ्र की जानी आवश्यकीय है। कालान्तर में प्रत्येक जिले में सैनिक कल्याण के ही तर्ज पर पैरामिलिट्री जिला कल्याण कार्यालयों की स्थापना की कार्यवाही की जाय।