अल्मोड़ा-अल्मोड़ा डायट में आयोजित पांच दिवसीय लोकतांत्रिक और नैतिक मूल्यों से संबंधित कार्यशाला का समापन हो गया है।इस दौरान नई शिक्षा नीति के तहत प्रारंभिक शिक्षा पाठ्यक्रम में मानवीय मूल्यों पर सामग्री के विकास पर चर्चा की गई। रविवार को जिला डायट सभागार में आयोजित कार्यशाला में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक सत्यनारायण ने कहा शिक्षा एक सार्वजनिक सेवा है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रत्येक बच्चे का मौलिक अधिकार है।कहा भारत के वैभवशाली प्राचीन ज्ञान उसकी सफलताओं और चुनौतियों के प्रति उसके योगदान को नई शिक्षा नीति में शामिल किया है।प्राचार्य गोपाल सिंह गैड़ा ने कहा नई शिक्षा नीति के तहत प्रारंभिक शिक्षा पाठ्यक्रम में मानवीय मूल्यों पर सामग्री का विकास किया जाएगा।जिसमें सभी व्यक्तियों के लिए सम्मान,सहानुभूति,सहिष्णुता,मानव अधिकार,लैंगिक समानता,अहिंसा, वैश्विक नागरिकता,समावेशन और क्षमता संवर्धन को शामिल किया जाएगा।यहां डॉ० दीपा जलाल,डॉ० सरिता पांडे,डॉ०हेम जोशी,जीजी गोस्वामी,बीसी पांडे,पुष्पा बोरा,डॉ० हरीश जोशी,ललित मोहन पांडे,डॉ० प्रवेश चंद्र जोशी,मीनू जोशी,ज्योति, ममता सिराड़ी रहीं।