अल्मोड़ा-उत्तरांचल फैडरेशन ऑफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन जनपद अल्मोड़ा के आह्वान पर जनपद अल्मोड़ा के समस्त शिक्षकों, कार्मिक संगठनों द्वारा लगभग एक सौ से अधिक कार्मिकों,पदाधिकारियों द्वारा सल्ट विधायक महेश जीना के कार्मिक विरोधी बयान को दृष्टिगत रखते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।ज्ञापन जिलाधिकारी अल्मोड़ा के प्रतिनिधि तहसीलदार द्वारा लिया गया।ज्ञापन में मांग की गई है कि अमर्यादित व गैर जिम्मेदाराना बयान देने वाले जनप्रतिनिधियों को विशेष सत्र आहूत कर व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाय।इसके बाद भी इनकी शब्दावली में परिवर्तन नहीं आता है तो संगठन सम्पूर्ण सरकारी कार्य ठप्प कर देंगे।राजस्व उपनिरीक्षक/पटवारी संघ के अध्यक्ष आशुतोष लोहनी द्वारा कहा गया कि विधायक सल्ट महेश जीना ने जो बयान सार्वजनिक मंच से राजकीय कर्मचारियों के विपरीत विशेषकर राजस्व उपनिरीक्षकों के विरुद्ध दिया है वह निंदनीय है।जिसकी जिला संगठन की ओर से हम कठोर निंदा करते हैं।ऐसे गैर मर्यादित बयानों से ईमानदारी से कार्य करने वाले कर्मचारियों के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।हम सरकार से मांग करते हैं ऐसे गलत बयानी करने वाले माननीयों पर लगाम लगाई जाए। जिससे ईमानदारी से काम करने वाले लोगों पर किसी भी प्रकार का कोई प्रश्नचिन्ह खड़ा ना हो सके।यदि विधायक के पास किसी कर्मचारी के विपरित कोई साक्ष्य मौजूद हैं तो वह उन्हें उच्चाधिकारियों को जांच एवं कार्यवाही हेतु भेज कर सकते हैं। सार्वजनिक मंच से प्रत्येक कर्मचारी के विपरीत इस प्रकार की टिप्पणी स्वीकार योग्य नहीं है।उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष व फैडरेशन कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष धीरेन्द्र कुमार पाठक व अध्यक्ष फैडरेशन अल्मोडा पुष्कर सिंह भैसोड़ा द्वारा कहा गया कि कार्मिकों का सार्वजनिक मंच से किया जा रहा अपमान बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।सभी वक्ताओं द्वारा सल्ट विधायक के बयान की निन्दा की गई। सभा को शिक्षक समन्वय समिति के अध्यक्ष डाॅ मनोज जोशी,जिला मंत्री भूपाल चिलवाल,पूरन सिंह रौतेला, संजय बिष्ट,युगल मठपाल,महेंद्र गुसाई,सेवानिवृत्त मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पी एस बोरा,प्रवेश जोशी, राजस्व संघ के रमेश सिंह बजेली, मनोज फरतयाल,सुरेन्द्र मर्तोलिया, राजेश आर्या,पंचायत राज के अध्यक्ष श्री बिष्ट,अशासकीय शिक्षक संघ के हीरा मेहरा,अशोक रावत,महिपाल सिंह रावत,गणेश भट्ट अध्यक्ष अशासकीय संघ,वीरेन्द्र बिष्ट,फैडरेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भट्ट जी,मंत्री अमरनाथ रजवार,भावेश रौतेला,अनुराग पांडेय,राम सिंह गैंडा, भगवान राम,तनुजा,जानकी बिष्ट,चंपा शर्मा,टीका सिंह खोलिया,गोविन्द मेहता,दीपक तिवारी,कलैक्ट्रेट संघ के अध्यक्ष शशि पांडेय,जितेन्द्र सिंह, अर्जुन नेगी,महेश गुसाई,वाहन चालक संघ के पूरन चन्द्र जोशी,विनोद कर्नाटक द्वारा संबोधित किया गया।शिक्षा समन्वय समिति के उपाध्यक्ष श्रीमती विद्या कर्नाटक व फैडरेशन की उपाध्यक्ष श्रीमती दीपशिखा मेलकन्या,हरीश लोहुमी द्वारा भी बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया।सभा को अन्य सदस्यों व पदाधिकारियों द्वारा भी संबोधित किया गया।पुष्कर सिंह भैसोड़ा जिला अध्यक्ष अल्मोड़ा द्वारा सभी पदाधिकारियों की उपस्थिति पर आभार व्यक्त किया गया।कुमाऊं मण्डल नैनीताल के अध्यक्ष धीरेन्द्र कुमार पाठक द्वारा कहा गया कि जनप्रतिनिधियों के रवैए पर सुधार नहीं हुआ तो सचिवालय और विधानसभा के बाहर भी धरना प्रदर्शन किया जायेगा और आमरण अनशन से भी गुरेज नहीं होगा।उत्तरांचल में तालिबानी फरमान व शासन की स्थिति स्वीकार नहीं की जाएगी । शिक्षकों व कार्मिकों का चुनाव सम्पन्न कराए जाने पर धन्यवाद के बजाय उनका मानसिक उत्पीड़न करने का प्रयास किया गया जिसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।सभा के अध्यक्ष मनोज जोशी द्वारा कहा गया कि शिक्षकों,कार्मिकों का उत्पीड़न किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।ज्ञापन में यही लिखा गया है कि जनप्रतिनिधियों के रवैए में सुधार नहीं हुआ तो तो सरकारी कार्यालयों में कामकाज ठप्प कर दिया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी सरकार व संबंधित जनप्रतिनिधि की होगी।कांग्रेस के नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला द्वारा कार्मिकों के धरना-प्रदर्शन को सहयोग दिया गया और कहा गया कि जनप्रतिनिधियों को कार्मिकों के साथ ग़लत शब्दावली का प्रयोग नहीं करना चाहिए।सभा की अध्यक्षता डॉ० मनोज जोशी व संचालन संयुक्त रूप से धीरेन्द्र कुमार पाठक मंडलीय अध्यक्ष,जिला अध्यक्ष पुष्कर सिंह भैसोड़ा व सचिव अमरनाथ रजवार द्वारा किया गया।