अल्मोड- प्रेस को जारी एक बयान में उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने विगत एक सप्ताह से अल्मोड़ा नगर एवम ग्रामीण क्षेत्रों में जल संस्थान विभाग द्वारा की जा रही दूषित पेयजल आपूर्ति पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इस दूषित पानी के कारण अल्मोड़ा में पीलिया या अन्य कोई बीमारी फैली तो इसके लिए जल संस्थान के अधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे।उन्होंने कहा कि एक सप्ताह से जल संस्थान अल्मोड़ा नगर एवम ग्रामीण क्षेत्रों में मटमैले एवम गंदे पानी की आपूर्ति कर रहा है।ऐसा प्रतीत होता है की जल संस्थान के अधिकारियों को जनता के स्वास्थ से कोई भी लेना देना नही है । विभागों के अधिकारियों की आदत हो चुकी है कि जब तक उनके खिलाफ आंदोलन न किया जाए तब तक अधिकारी नींद से जागेंगे नहीं ।श्री कर्नाटक ने कहा कि वे जल संस्थान को चौबीस घंटे का अल्टीमेटम दे रहे है यदि संबंधित विभाग ने अपनी कार्यप्रणाणी में सुधार कर जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाना प्रारम्भ नही किया तो उन्हे जल संस्थान विभाग के खिलाफ मजबूरन मोर्चा खोलना होगा।उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा विधानसभा की जनता को संबंधित विभागों की लापरवाही से यदि दिक्कतें होती है तो वे इसे कदापि सहन नही करेंगे।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि दूषित पानी के कारण अल्मोड़ा में पीलिया या अन्य कोई बीमारी फैली और इससे जनता के स्वास्थ को किसी प्रकार का नुकसान हुआ तो वे स्वयं संबंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे।श्री कर्नाटक ने ये भी कहा कि सरकारी विभागों के लापरवाह अधिकारी उनके इस बयान को केवल बयान न समझे।उन्होंने अपने को पूरी तरह जनता के लिए समर्पित कर दिया है तथा जनता की समस्याओं के समाधान के लिए उन्हें जिस हद तक भी जाना पड़े वे जायेंगे लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों के कारण जनता को दिक्कतें हो इसे वे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।श्री कर्नाटक ने इसके साथ ही सूबे के मुख्यमंत्री से भी मांग की है कि वे अपने स्तर से अल्मोड़ा जल संस्थान विभाग के गहरी नीद में सोए हुए अधिकारियों को जगाए तथा उन्हें ये समझाए कि वे जनता की सेवा के लिए है न कि दूषित पानी की आपूर्ति कर जनता के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ करने के लिए।श्री कर्नाटक ने यह भी कहा कि सूबे में अफसरशाही हावी हो गयी है जिसके लिए स्पष्ट तौर पर जनप्रतिनिधियों का ढुलमुल रवैया जिम्मेदार है।