देहरादून-शनिवार को यूक्रेन में लगभग 20 हजार भारतीय छात्र फंसे थे,जिसमे से 12 हजार छात्र यूक्रेन से बाहर आ चुके हैं।लगभग 8 हजार छात्र अब भी यूक्रेन में फँसे हैं,जो लगातार यूक्रेन के बगल बाहर के देशों में शिफ्ट किये जा रहे हैं।वही अब तक कुल 77 सौ छात्रो को भारत सही सलामत लाया जा चुका है।कुल मिलाकर एयर इंडिया,इंडिगो,स्पाईस जेट आदि विमानो सहित कुल 29 भारतीय फ्लाईट भारत के छात्रो को भारत में लाने के लिये कार्यरत हैं।
इस दौरान शनिवार को आज उत्तराखण्ड सदन में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूक्रेन से लौटे हुए उत्तराखण्ड के बच्चों से भेंट कर उनकी कुशलक्षेम पूछी।वही इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपस्थित अधिकारियों से यूक्रेन में और फंसे उत्तराखण्ड विद्यार्थियों के सम्बन्ध में जानकारी ली।ज्ञातव्य है कि दिल्ली एवं मुम्बई में राज्य की ओर से यूक्रेन से आने वाले उत्तराखण्ड वासियों के लिए समन्वय केन्द्र बनाया गया है।सभी आगन्तुकों के लिए ठहरने एवं खाने की व्यवस्था की गई है,दिल्ली से अपने गन्तव्य तक लाने की व्यवस्था राज्य की ओर से की गई है।इस अवसर पर स्थानिक आयुक्त पर स्थानिक आयुक्त डॉ०बी०वी०आर०सी० पुरूषोत्तम, अपर स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा, उत्तराखण्ड सदन के मुख्य व्यवस्थाधिकारी रंजन मिश्रा उपस्थित थे।इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि दिल्ली एवं मुम्बई में राज्य की ओर से यूक्रेन से आने वाले उत्तराखण्ड वासियों के लिए समन्वय केन्द्र बनाया गया है।सभी आगन्तुकों के लिए ठहरने एवं खाने की व्यवस्था की गई है, दिल्ली से अपने गन्तव्य तक लाने की व्यवस्था राज्य की ओर से की गई है। यूक्रेन से आने वाले उत्तराखण्ड के नागरिकों की वर्तमान लोकेशन की जो भी सूचना प्राप्त हो रही है,उन सूचनाओं का आदान प्रदान तेजी से किया जाय,ताकि सूचना समय पर स्थानिक आयुक्त कार्यालय एवं एम०ई०ए० को भेजी जा सके।
उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि यूक्रेन एवं उसके आस-पास के देशों में फंसे उत्तराखण्ड के जिन नागरिकों या उनके परिजनों से अभी तक सम्पर्क नहीं हो पाया है, प्राप्त डाटा के आधार पर उनके परिजनों से सम्पर्क स्थापित करने के लिए टीम भेजी जाय।यूक्रेन से उत्तराखण्ड के सभी नागरिकों को सकुशल वापस लाने एवं बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए जनपद एवं तहसील स्तर पर नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है। शासन,प्रशासन एवं पुलिस द्वारा आपसी समन्वय से सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।