उत्तराखंड के देहरादून में स्थित CIMS & UIHMT ग्रुप ऑफ कॉलेज ने अपने सामाजिक सरोकारों को आगे बढ़ाते हुए मंगलवार को अपने सस्थान के शैक्षिक परिषद् की बैठक में जोशीमठ भूधंसाव प्रभावित छात्र-छात्राओं को निःशुल्क उच्च शिक्षा, ब्यवसायिक शिक्षा एवं चिकत्साशिक्षा प्रदान करने का फ़ैसला लिया है। गणत्रंत दिवस से पूर्व उत्तराखंड के चमोली जनपद स्थित जोशीमठ क्षेत्र के युवाओं के लिए यह राहतभरी खबर है । संस्थान कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों व प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर योग्य 300 छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष निःशुल्क उच्च शिक्षा प्रदान कर रहा है। जिसका MOU भी सस्थान द्वारा निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा उत्तराखण्ड के साथ आज किया गया है ताकि ऐसे विधार्थियों को स्कूल स्तर से चिह्नित करने में आसानी हो ।अब संस्थान ने जोशीमठ आपदा प्रभावित बच्चों के भविष्य की चिंता करते हुए उन्हें निःशुल्क उच्च शिक्षा प्रदान करने का ऐलान किया है।

CIMS & UIHMT ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने कहा कि जोशीमठ इस वक्त एक बड़ी विपदा से जूझ रहा है, भूधसाव के कारण जोशीमठवासी अपने घरों को छोड़कर राहत शिविरों में रह रहे हैं जिससे उनके काम धन्धों के साथ उनके बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित हुई है। इस विपदा की घड़ी में हमारा संस्थान जोशीमठ वासियों के साथ खड़ा है और आपदा प्रभावित किसी भी बच्चे की उच्च शिक्षा प्रभावित नहीं होने दी जाएगी।

CIMS & UIHMT ग्रुप ऑफ कॉलेज न सिर्फ़ उच्च शिक्षा बल्कि सामाजिक सरोकारों में भी अग्रणी भूमिका निभाता रहा है। ग्रुप के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी सजग इंडिया के माध्यम से बीते 15 सालों से नशे के खिलाफ जन जागरूकता अभियान चला रहे हैं।



इन पाठ्यक्रमों में दिया जाएगा निःशुल्क प्रवेश-

(बीएससी मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी, बी.एससी ऑप्टोमेट्री, बी.एससी.पैथोलॉजी, बीएससी रेडियोलॉजी, बीएससी फिजियोथेरेपी, बीएससी ऑपरेशन थियेटर टैक्नोलॉजी, बैचलर इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन, बीबीए, बीसीए, बी.लिब, एम.लिब, बी.एससी.आईटी, बीए (ऑनर), एमएसडब्ल्यू, बीए (टूरिज़्म) , मास कम्युनिकेशन, बी.कॉम (ऑनर्स।), बीएचएम, डीएचएम, बीए, बी.कॉम, बी.एससी। (पीसीएम / जेडबीसी), मास्टर इन पब्लिक हेल्थ, मास्टर इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन, मास्टर इन होटल मैनेजमेंट, एम.एससी। बायोकैमिस्ट्री, एम.एससी.माइक्रोबायोलॉजी, एम.एससी.एमएलटी, पी.जी. योग विज्ञान डिप्लोमा, पी.जी. फिटनेस और खेल प्रबंधन में डिप्लोमा, पी.जी. व्यापार लेखा और कराधान में डिप्लोमा, पी.जी. पत्रकारिता और जनसंचार में डिप्लोमा, पी.जी. जल स्वच्छता और स्वच्छता में डिप्लोमा)