ऋषिकेश । दो वर्ष कोरोना महामारी से प्रभावित रही चारधाम यात्रा इस बार शुरुआत से ही पूरी रौ में है। स्थिति यह है कि यात्रा के शुरुआती दिनों में ही बीते वर्षों के सारे रिकार्ड ध्वस्त हो गए। 15 मई तक तक चारों धाम में पांच लाख 14 हजार 129 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। इनमें सर्वाधिक 186668 श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे। जबकि, बदरीनाथ में 136972, गंगोत्री में 103429 और यमुनोत्री में 87060 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

इस वर्ष तीन मई को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चारधाम यात्रा शुरू हुई। जबकि, छह मई को केदारनाथ और आठ मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खोले गए। यानी बदरीनाथ धाम के कपाट खुले आठ, केदारनाथ के दस और गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुले अभी सिर्फ 13 दिन ही हुए हैं और इस अवधि में चारधाम यात्रा के इतिहास में सर्वाधिक श्रद्धालु दर्शनों को पहुंच चुके हैं। मौसम इसी तरह साथ देता रहा तो आने वाले दिनों में यात्रा नए कीर्तिमान स्थापित कर सकती है।

वर्ष 2013 की आपदा के बाद 2014 व 15 में चारधाम यात्रा गति नहीं पकड़ पाई थी। लेकिन, वर्ष 2016 से वर्ष 2019 तक चारधाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा लगातार बढ़ता गया। वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के चलते यात्रा पूरी तरह से ठप रही। जबकि, वर्ष 2021 में कोरोना का असर कम होने के बाद आखिरी दो माह सितंबर-अक्टूबर में ही यात्रा हो पाई। हालांकि, इस दौरान भी कोविड गाइडलाइन और पाबंदियां के चलते श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम रही।

2014 से अब तक शुरुआती 12 दिनों में चारों धाम पहुंचे श्रद्धालु

वर्ष – 12 दिन में

2014- 30075

2015- 60435

2016- 235378

2017- 264542

2018- 255509

2019- 373471

2020- (कोरोना के चलते यात्रा स्थगित रही)

2021- (कोरोना के चलते यात्रा औपचारिक रही)

2022- 514129