होली दहन के बाद अगले दिन होली मिलन का कार्यक्रम पूरे अल्मोड़ा में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। अल्मोड़ा शहर के सभी मोहल्लों में सांस्कृतिक टोलीयां भी दिखाई दी गई, जिनमें पारंपरिक तरीके से ढोलक बजाकर आशीष देने के कार्यक्रम देखे गए। यह पारंपरिक ढंग अल्मोड़ा की प्राचीन संस्कृति को दर्शाता है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति के घर जाकर ढोलक बजाकर आशीष दी जाती है। अल्मोड़ा में दूँगाधार, रानीधारा, चीनाखान, शैल, एनटीडी, धारानौला इत्यादि मोहल्लों में इसी प्रकार से होली का आयोजन किया गया। होली मिलन के उपरांत होली का यह पर्व अपने चरम को छूता देखा गया। सभी लोग एक दूसरे के गले मिलकर होली की शुभकामनाएं देते भी दिखे