देहरादून
राज्य के परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने शनिवार को यहां आईएसबीटी से देहरादून-दिल्ली रूट पर पहली इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाई। यह बस उन पांच इलेक्ट्रिक बसों का हिस्सा है, जिन्हें उत्तराखंड परिवहन निगम (यूटीसी) द्वारा तीन महीने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मार्ग पर उनकी कार्यक्षमता का विश्लेषण करने के लिए देहरादून-दिल्ली मार्ग पर संचालित किया जाएगा। यह सेवा यूटीसी द्वारा इलेक्ट्रिक इंटर-सिटी कोच सेवा ब्रांड न्यूगो के साथ साझेदारी में संचालित की जा रही है।
कंपनी के मुताबिक, हर ट्रिप से पहले कोचों को सैनिटाइज किया जायेगा और कोच पायलटों का ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट किया जायेगा। NueGo सेवाओं में लाइव कोच ट्रैकिंग, ड्रॉप पॉइंट जियो-लोकेशन और मॉनिटर इन-कोच सीसीटीवी सर्विलांस की सुविधा है।
अखिल भारतीय साझा इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्लेयर ग्रीनसेल मोबिलिटी के निदेशक सतीश मंधाना के अनुसार, “हम उत्तराखंड की पहली इलेक्ट्रिक बस लॉन्च करने के लिए उत्साहित हैं और राज्य में साझा और कनेक्टेड ग्रीन मोबिलिटी ग्राहक अनुभव को फिर से परिभाषित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अपनी NueGo सेवाओं के माध्यम से, हम शून्य-पूंछ पाइप उत्सर्जन सुनिश्चित करते हुए यात्रा के अनुभव में एक आदर्श बदलाव लाएंगे, जिससे यात्रा के पारिस्थितिक पदचिह्न को कम करने में मदद मिलेगी।