देहरादून – जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कँुवर की संयुक्त अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में आपदा प्रबंधन की बैठक आयोजित की गई।
      बैठक में जिलाधिकारी ने लोनिवि, पीएमजीएसवाई, राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को आपदा संभावित चिन्हित जोन पर जेसीबी तैनात रखने, जेसीबी के वाहन चालकों के मोबाइल नम्बर प्रसारित करते हुए यह सुनिश्चित करें कि मोबाइल नम्बर सुचारू हैं। साथ ही उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने मोबाइल नम्बर 24 घटें आॅन रखने के निर्देश दिए तथा कोई भी आपदा संबंधित सूचना प्राप्त होने पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि जनपद में बिन्दाल, रिस्पना व सौंग नदी किनारे निवास कर रहे लोगों को चिन्हित कर सुरक्षा उनकी दृष्टिगत उनको अन्यंत्र सार्वजनिक स्थान पर स्थानानतरण करने की वैकल्पिक व्यवस्था बनाए रखेगें। जिलाधिकारी ने खाद्य विभाग को मानसून सीजन के दृष्टिगत दुर्गम क्षेत्रों में तीन माह का खाद्यान भेजे जाने की स्थिति तथा सिंचाई विभाग को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में सुरक्षा दीवार व नदियों की सफाई, नगर निगम को नाली एवं बड़े नालों की सफाई तथा गिरासू भवन चिन्हित करते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने पेयजल निगम एवं जल संस्थान को पानी की गुणवत्ता की जांच हेतु नियमित टेस्टिंग के भी निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित उप जिलाधिकारियों को तहसील स्तर पर माॅकड्रिल के साथ ही आपदा प्रबंधन हेतु आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आपदा के दौरान तत्काल स्थानीय स्तर पर बचाव कार्य हेतु स्थानीय लोगों, युवा मंगल दल के साथ ही स्कूली बच्चों को भी आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण देने की बात कही। उन्होंने पीडब्लूडी को शहर के ड्रेनेज सिस्टम के चैक करने हेतु नोडल अधिकारी बनाने को कहा।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुँवर, मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान, प्रभागीय वनाधिकारी नितीशमणी त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी के.के मिश्रा व डाॅ0 एस के बरनवाल, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कमलेश उपाध्याय, उप जिलाधिकारी विकासनगर विनोद कुमार, डोईवाला युक्ता मिश्रा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 मनोज उप्रेती, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 दिनेश चैहान, डेंगू/मलेरिया अधिकारी डाॅ0 सुभाष जोशी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपशिखा रावत सहित नगर निगम, लोनिवि, जल संस्थान, पेयजल निगम, सिंचाई, विद्युत, पीएमजीएसवाई, राष्ट्रीय राजमार्ग आदि संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।