सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय की नमामि गंगे, टेक्नो हब, एवं नौला फाउंडेशन की संयुक्त टीम के द्वारा अल्मोड़ा के चयनित पांच नौला का चिन्हीकरण कर संवर्धन करने के लिए जायजा लिया। यह तीनों संस्थाएं चरणबद्ध तरीके से नौला का संरक्षण, सौंदर्यीकरण, वनरोपण, स्वछता आदि के लिए कार्य करेंगी।
सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में स्थापित नमामि गंगे की विश्वविद्यालय संयोजक डॉ ममता असवाल ने जानकारी दी है कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी के निर्देशन में अल्मोड़ा के पांच चिन्हित नौला के संरक्षण आदि के लिए कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए टेक्नो हब और नौला फॉउंडेशन का सहयोग मिला है। ये तीनों ही संस्थाओं की संयुक्त टीम ने गुरुद्वारा नौला, बदरेश्वर नौला, सिद्धहेश्वर , रानीधारा नौला, चंपानौला, सिमकनी स्थित नौला का भ्रमण कर अवलोकन किया और जागरूकता कार्यक्रम का संचालन किया। चरणबद्ध तरीके से नौला की साफ सफाई, सौंदर्यीकरण, जल परीक्षण के लिए कार्य करने के लिए विस्तार से रूपरेखा बनाई।
इस अवसर पर नौला फाउंडेशन से भूपेंद्र सिंह बिष्ट एवं श्री गणेश कठायत, विश्वविद्यालय मीडिया प्रभारी डॉ ललित जोशी और एसएसजे परिसर के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक सुखविन्दर सिंह, रवीना आर्या,मीनाक्षी सिजवाली, तनीषा जीना, गीता तिवारी, सुरेंद्र धामी, महेंद्र बिष्ट, अमित तिवारी, पवन बिरोडिया, योगेश पंत, पारस बिष्ट, सोनी बेलवाल आदि सहित कई स्वयंसेवियों ने नौलों का भ्रमण कर जायजा भी लिया।