अल्मोड़ा। एक बार फिर शिक्षा विभाग पर उठी उंगली। सरकार के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत चाहे कितने भी कड़े नियम बनायें पर आज भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी हो गई हैं की भ्रष्टाचारी कोई न कोई नया रास्ता खोज ही लेते हैं। लाखों की तनख्वाह लेने वाले आज खुले आम घूस की मांग करते नजर आ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण बुधवार को उस वक्त देखने को मिला जब कुमाऊं विजिलेंस ने अल्मोड़ा के मुख्य शिक्षा अधिकारी जगमोहन सोनी को पंद्रह हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। शिकायतकर्ता नंदन सिंह परिहार पुत्र श्री माधव सिंह, हाल अध्यापक राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सोनी ताड़ीखेत, जिला अल्मोड़ा ने दिनांक 28.01.2020 को एक शिकायती पत्र पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान हल्द्वानी नैनीताल को इस आशय से दिया कि उसकी पिछली तैनाती हाई स्कूल डोनी ताकुला में थी, उक्त नियुक्ति अवधि में मध्यान्ह भोजन योजना के बिल वाउचर के संबंध में जगमोहन सोनी, मुख्य शिक्षा अधिकारी अल्मोड़ा ने एक स्पष्टीकरण मांगा। अध्यापक के कथनानुसार मेरे द्वारा सभी कार्य नियमपूर्वक किये गए थे और ये बात स्पष्ट रूप से मुख्य शिक्षा अधिकारी को बता दी। फिर भी उनके द्वारा स्पष्टीकरण पत्र देकर मामले को निपटाने के एवज में 15000 रुपये की मांग की जा रही है। उक्त प्रकरण की जांच में आरोप सही पाए जाने पर आरोपी व्यक्ति के राजपत्रित अधिकारी होने के कारण शासन की अनुमति प्राप्त कर आज दिनांक 05.02.2020 को आरोपी जगमोहन सोनी मुख्य शिक्षा अधिकारी अल्मोड़ा को शिकायतकर्ता से 15000 रुपये लेते हुए रंगे हाथों समय 4:40 सायं सतर्कता अधिष्ठान हल्द्वानी ट्रैप टीम द्वारा आरोपी के कार्यालय मुख्य शिक्षा अधिकारी अल्मोड़ा कार्यालय से गिरफ्तार किया गया। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही गतिमान है। निदेशक सतर्कता ने टीम के उत्साहवर्धन हेतु नगद पुरस्कार की घोषणा की है।